ये विशाल और मनमोहक पूजा स्थल देख कर कोई भक्त मंत्रमुग्ध हो जाएगा. इस भव्य धर्मस्थल पर स्वामीजी महाराज की समाधि है. कहा जाता है कि ‘राधा सोमी सत्संग’ आंदोलन की शुरूआत 1861 में की गई थी. आंदोलन का मक़सद विश्व धर्मों को एकजुट करना था. इसलिये यहां आपको गुरुद्वारे, सिख और बौद्ध धर्म, मंदिरों, मस्जिदों और विहारों की शैलियों को अद्भुत दृश्य दिखेगा.